मित्रों ! जैसे-जैसे समय बीत रहा है हम सभी ब्लागरों को ज्ञान प्राप्त हो
रहा है कि कई-कई ब्लागों से अच्छा है एक ही ब्लाग होना। मैनें अपने तीन व्यक्तिगत ब्लागों “ग़ज़लों का ब्लॉग”,“गीतों का ब्लॉग” और “रोमांटिक रचनाएं” ब्लॉग को एक ही ब्लॉग "गीत, ग़ज़ल, कविता की दुनिया" में समाहित किया है | “बनारस के कवि और शायर” और “समकालीन ग़ज़ल" ब्लॉग को भी
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